हर निवेशक का सपना होता है कि एक ऐसा शेयर मिले जो ₹1 लाख को ₹50 लाख या उससे भी ज्यादा बना दे। कुछ भाग्यशाली निवेशकों के लिए यह सपना हकीकत बन चुका है।
यहां हम 3 ऐसे स्मॉल-कैप स्टॉक्स की बात करेंगे जिन्होंने हाल के वर्षों में जबरदस्त रिटर्न दिए हैं। लेकिन सवाल ये उठता है—क्या अब भी इन कंपनियों में निवेश का सही समय है?
Contents
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE)
स्थापना: 1875
मुख्य बिज़नेस: इक्विटी, डेरिवेटिव्स, मुद्रा और म्यूचुअल फंड ट्रेडिंग
हालिया ग्रोथ
BSE का FY25 में रेवेन्यू ₹32,000 करोड़ रहा, जो पिछले साल के ₹15,900 करोड़ से लगभग दोगुना है। नेट प्रॉफिट 71% बढ़कर ₹13,200 करोड़ हो गया।
डेरिवेटिव्स से जबरदस्त कमाई
BSE को सबसे ज़्यादा फायदा डेरिवेटिव्स कारोबार से हुआ। FY24 में जहां सेगमेंट की कमाई ₹1,800 करोड़ थी, वहीं FY25 में यह ₹14,200 करोड़ हो गई।
नियमों में बदलाव और बढ़ी हुई ट्रेडिंग गतिविधियों ने इसके टर्नओवर को नई ऊंचाई दी।
बाकी सेगमेंट भी मजबूत
- BSE StAR MF प्लेटफॉर्म: 80% रेवेन्यू ग्रोथ
- कॉर्पोरेट सेवाएं: 40% ग्रोथ
- भविष्य की योजनाएं: 40 नई इंडेक्स लॉन्च की योजना
वैल्यूएशन
P/E रेशियो 89x पर है, जो इसके 10 साल के औसत 29x से कहीं ज्यादा है। यानी इसमें अब रिस्क भी है।

एलेकॉन इंजीनियरिंग (Elecon Engineering)
मुख्य बिज़नेस: इंडस्ट्रियल गियर और मटेरियल हैंडलिंग इक्विपमेंट
बाजार हिस्सेदारी: गियर सेगमेंट में भारत में 38-40%
वित्तीय प्रदर्शन (FY25)
- कुल रेवेन्यू: ₹22,300 करोड़ (15% ग्रोथ)
- नेट प्रॉफिट: ₹4,200 करोड़ (17% ग्रोथ)
- EBITDA मार्जिन: 24.4%
सेगमेंट अनुसार प्रदर्शन
- गियर बिज़नेस: 79% योगदान
- MHE बिज़नेस: 73% ग्रोथ
- इंटरनेशनल रेवेन्यू: 23%, लक्ष्य FY30 तक 50%
ऑर्डर बुक
कंपनी के पास ₹9,500 करोड़ का ओपन ऑर्डर है, जो FY24 के मुकाबले 20% ज्यादा है।
वैल्यूएशन
P/E रेशियो 37x है, जबकि औसत 21x रहा है—यानि ग्रोथ उम्मीद से ऊपर रही है।
BLS इंटरनेशनल सर्विसेज
स्थापना: 1983
प्रमुख सेवाएं: वीज़ा, पासपोर्ट, काउंसलर सर्विस
अंतरराष्ट्रीय मौजूदगी: 70+ देश
FY25 में ग्रोथ
- कुल रेवेन्यू: ₹21,900 करोड़ (31% ग्रोथ)
- वीज़ा और काउंसलर सर्विस: ₹16,500 करोड़
- डिजिटल बिज़नेस: ₹5,400 करोड़ (71% ग्रोथ)
- EBITDA: ₹6,300 करोड़ (82% ग्रोथ)
लाभ के कारण
- खुद का संचालन मॉडल अपनाया
- ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में इजाफा
- कॉस्ट ऑप्टिमाइज़ेशन
आगे की योजना
BLS ने FY25 में ₹10,000 करोड़ की अक्विज़िशन की और अब ₹1-2 बिलियन के सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए तैयारी कर रही है।
वैल्यूएशन
P/E रेशियो 30x है, जो इसके 10 साल के औसत 32x के आसपास है। यानी मूल्यांकन संतुलित है।
इन तीनों कंपनियों ने बीते 5 वर्षों में शानदार रिटर्न दिए हैं।
- BSE को डेरिवेटिव्स बूम का फायदा मिला।
- Elecon को मैन्युफैक्चरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की ग्रोथ ने उड़ान दी।
- BLS को वीज़ा और इंटरनेशनल ट्रैवल डिमांड ने मजबूत किया।
हालांकि, तीनों के मौजूदा वैल्यूएशन हाई हैं। इसलिए मौजूदा निवेशकों को होल्ड करना चाहिए, लेकिन नए निवेशकों को सावधानीपूर्वक मूल्यांकन के बाद ही कदम बढ़ाना चाहिए।
FAQ
क्या अब BSE में निवेश करना सही रहेगा?
उत्तर: BSE का रेवेन्यू तेज़ी से बढ़ा है, लेकिन इसका वैल्यूएशन बहुत ऊंचा है (89x P/E)। नए निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।
Elecon में लॉन्ग टर्म निवेश कितना सुरक्षित है?
उत्तर: कंपनी का ऑर्डर बुक मजबूत है और इंटरनेशनल विस्तार की योजना है। लॉन्ग टर्म दृष्टि से यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है, लेकिन वैल्यूएशन थोड़ा महंगा है।
BLS इंटरनेशनल को आगे किससे ग्रोथ मिलेगी?
वीज़ा मांग में बढ़ोतरी, नए कॉन्ट्रैक्ट्स और डिजिटल सेवाओं के विस्तार से कंपनी को भविष्य में फायदा हो सकता है।
इन कंपनियों में से किसका वैल्यूएशन सबसे सस्ता है?
BLS का P/E सबसे संतुलित (30x) है। Elecon और BSE में वैल्यूएशन काफी ऊंचा है।
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नम्रता मरकाम एक जागरूक निवेशक और समर्पित लेखिका हैं, जो विशेष रूप से म्यूचुअल फंड, स्टॉक मार्केट, और बीमा जैसे वित्तीय विषयों पर लेखन करती हैं, वह Satyajeetsing.in ब्लॉग की सह-संस्थापक हैं और अपने पति सत्यजित सिंह मरकाम के साथ मिलकर इस डिजिटल प्लेटफॉर्म को संचालित कर रही हैं.
नम्रता का लेखन डेटा-सोर्स, मिडिया रिपोर्ट्स, और सरकारी पोर्टल्स पर आधारित होता है, जिससे पाठकों को हर जानकारी सटीक और व्यवहारिक रूप में मिले